जर्मनी में नाजीवाद का उदय
जर्मनी में नाजी दल का उत्थान हिटलर के नेतृत्व में हुआ। हिटलर का जन्म 20 अप्रैल, 1889 ई. को ऑस्ट्रिया के ब्रौना नामक शहर में हुआ था हिटलर बचपन में चित्रकार बनना चाहता था। प्रथम विश्वयुद्ध (1914-18) में हिटलर जर्मनी की तरफ से लड़ा था और युद्ध में अभूतपूर्व वीरता के लिए उसे आयरन क्रास प्राप्त हु आ था। युद्ध के बाद हिटलर जर्मन वर्कर्स पार्टी का सदस्य बना। 1920 ई. में इस पार्टी का नाम बदलकर नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी रखा गया। धीरे-धीरे हिटलर इसका फ्यूहरर (नेता) बन गया।
1923 में हिटलर ने लूडेनडार्फ के साथ मिलकर वाइमर गणतंत्र के खिलाफ विद्रोह कर दिया। विद्रोह असफल हुआ। हिटलर को बंदी बना लिया गया। जेल में ही हिटलर ने अपनी प्रसिद्ध आत्मकथा मीनकैम्फ की रचना की। 1924 के अंत में उसे जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से रिहा होने के बाद उसने अपने दल को फिर से संगठित किया और स्वास्तिक को प्रतीक के रूप में ग्रहण किया। 1932 के चुनाव में हिटलर की नाजी पार्टी को 230 सीटें प्राप्त हुई |
नाजीवाद का जन्मदाता कौन था
परन्तु उसे सरकार बनाने का मौका नहीं मिला। बाद में राष्ट्रपति हिंडेनवर्ग ने 30 जनवरी, 1933 को हिटलर को चांसलर मनोनीत किया। अगस्त, 1934 में हिंडेनवर्ग की मृत्यु पर चांसलर और राष्ट्रपति के पद को मिलाकर एक कर दिया गया और हिटलर जर्मन का सर्वेसर्वा बन गया। नाजी दल का प्रचार कार्य गोयवल्स सँभालता था। गुप्तचर पुलिस 'गेस्टापों का संगठन हिटलर ने किया था। 'एक राष्ट्र एक नेता' का नारा हिटलर ने दिया।
जर्मन सुरक्षा परिषद् की स्थापना 4 अप्रैल, 1933 ई. में हुई। हिटलर ने 16 मार्च, 1935 ई. में जर्मनी में पुनःशस्त्रीकरण की घोषणा की उसने वर्साय संधि की निःशस्त्रीकरण संबंधी सभी धाराओं को तोड़ने की घोषणा की एवं उसने पूरे जर्मनी में अनिवार्य सैनिक सेवा लागू कर दिया।
पोलैंड पर आक्रमण
साम्यवादी खतरा से बचने के लिए जर्मनी, इटली एवं जापान के बीच कामिन्टर्न विरोधी समझौता 1936 में सम्पन्न हुआ जो कालान्तर में धुरी राष्ट्र के नाम से प्रसिद्ध हुआ । हिटलर ने 1 सितम्बर, 1939 ई. को पोलैंड पर आक्रमण किया। हिटलर की विस्तारवादी नीति का पहला शिकार आस्ट्रिया हुआ > एडोल्फ हिटलर के लिए शामी विरोधी नीति का अर्थ था यहूदी विरोधी नीति हिटलर ने 30 अप्रैल, 1945 ई. को आत्महत्या की।