मिश्रण को अलग करने की कुछ प्रमुख विधियाँ
रवाकरण क्या है
रवाकरण (Crystallisation) : इस विधि के द्वारा अकार्बनिकठोस मिश्रण को अलग किया जाता है। इस विधि में अशुद्ध ठोस मिश्रण को उचित विलायक (solvent) के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है तथा गर्म अवस्था में ही कीप द्वारा छान लिया जाता है। छानने के बाद विलयन को कम ताप पर धीरे-धीरे ठण्डा किया जाता है। ठण्डा होने पर शुद्ध पदार्थ क्रिस्टल के रूप में विलियन से हो जाता है। जैसे—शर्करा और नमक के मिश्रण को इथाइल अल्कोहल में 348 K ताप पर गर्म कर इस विधि द्वारा अलग किया जाता है।
आसवन विधि क्या है
आसवन विधि (Distillation) जब दो द्रवों के क्वथनांकों में अंतर अधिक होता है, तो उसके मिश्रण को आसवन विधि से पृथक् करते हैं। अर्थात् यह द्रवों के मिश्रण को अलग करने की विधि है। इसका प्रथम भाग वाष्पीकरण (vaporisation) एवं दूसरा भाग संघनन (condensation) कहलाता है।
ऊर्ध्वपातन क्या है
ऊर्ध्वपातन (Sublimation): इस विधि द्वारा दो ऐसे ठोस के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित (sublimate) हो, दूसरा नहीं। इस विधि से कर्पूर, नेफ्थलीन, अमोनियम क्लोराइड, ऐंचासीन आदि को अलग करते हैं।
आंशिक आसवन क्या है
आंशिक आसवन (Fractional distillation): इस विधि से वैसे मिश्रित द्रवों को अलग करते हैं, जिनके क्वथनांकों में अंतर बहुत कम होता है। खनिज तेल या कच्चे तेल में से शुद्ध डीजल, पेट्रोल, मिट्टी तेल, कोलतार आदि इसी विधि द्वारा अलग किया जाता है।
वर्णलेखन क्या है
वर्णलेखन (Chromatography) : यह विधि इस तथ्य पर आधारित है कि किसी मिश्रण के विभिन्न घटकों की अवशोषण (absorption) क्षमता भिन्न-भिन्न होती है तथा वे किसी अधिशोषक पदार्थ में विभिन्न दूरियों पर अवशोषित होते हैं, इस प्रकार वे पृथक् कर लिए जाते हैं।
भाप आसवन क्या है
भाप आसवन (Steam distillation): इस विधि से कार्बनिक मिश्रण को शुद्ध किया जाता है, जो जल में अघुलनशील होता है, परन्तु भाप के साथ वाष्पशील होता है। इस विधि द्वारा विशेष रूप से उन पदार्थों का शुद्धीकरण किया जाता है, जो अपने क्वथनांक पर अपघटित हो जाते हैं। जैसे—एसीटोन, मेथिल अल्कोहल आदि ।
पदार्थ की अवस्था परिवर्तन
पदार्थ की अवस्था परिवर्तन (Change in state)
द्रवणांक क्या है
द्रवणांक (Melting Point): गर्म करने पर जब ठोस पदार्थ द्रव अवस्था में परिवर्तित होते हैं, तो उनमें से अधिकांश में यह परिवर्तन एक विशेष दाब पर तथा एक नियत ताप पर होता है; यह नियत ताप वस्तु का द्रवणांक (melting point) कहलाता है। जब तक पदार्थ गलता (ठोस के आखिरी कण तक) रहता है, तब तक ताप स्थिर रहता है यदि विशेष दाब नियत रहे ।
हिमांक क्या है
हिमांक (Freezing point): किसी विशेष दाब पर वह नियत ताप जिस पर कोई द्रव जमता है, हिमांक कहलाता है।
1. सामान्यतः पदार्थ का द्रवणांक एवं हिमांक का मान बराबर होता है। जैसे— बर्फ का द्रवणांक एवं हिमांक 0°C है।
2. अशुद्धियों की उपस्थिति में पदार्थ का हिमांक और द्रवणांक दोनों कम हो जाता है।